सिन्धु सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है | क्योंकि इस सभ्यता की खोज सबसे दयाराम साहनी सन 1921 ई. में हड़प्पा नामक स्थान पर खुदाई कर की थी इसलिए इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है | Note हड़प्पा स्थान आज के पाकिस्तान देश में देश स्थित है | इस सभ्यता को अंग्रेजी में Indus Valley Civilization नाम से भी जाना जाता है |
This Articale Include Topics:-
- Ø इतिहास किसे कहते है
- Ø इतिहास का जनक किसे कहते हैं |
- Ø इतिहास को कितने भागों में बांटा गया है |
- Ø हड़प्पा सभ्यता का नामकरण कैसा हुआ?
- Ø सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का सामाजिक जीवन
- Ø सिंधु सभ्यता के लोग अपने मृतकों का दाह संस्कार कैसे करते थे? उनकी शवाधान प्रणाली क्या थी?
- Ø सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल
- Ø सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य
- Ø सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण प्रश्न जो विगत वर्षों की विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गये हैं \
इतिहास किसे कहते हैं? What is History
इतिहास (History):- इतिहास अतीत में घटित घटनाओं का वितरण है। अतीत का अध्ययन ही इतिहास कहलाता हैं।
इतिहास का जनक किसे कहा जाता है?
इतिहास का जनक हेरोडोटस को कहा जाता है।
इतिहास को तीन भागों में बांटा गया है –
- प्रागैतिहासिक काल
- आद्य ऐतिहासिक काल
- ऐतिहासिक काल
हड़प्पा सभ्यता का नामकरण कैसा हुआ?
यह सभ्यता सिंधु नदी के तट पर मिली थी इसलिए इसे सिंधु घाटी सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है लेकिन इसकी जानकारी हड़प्पा की खुदाई से हुई थी इसलिए इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है।
कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य :-
- सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे उचित नाम हड़प्पा सभ्यता है।
- सिंधु घाटी सभ्यता का विकास काल 2500 BC से 1750 BC तक माना जाता है ।
- सिंधु घाटी सभ्यता विश्व की पहली शहरी सभ्यता है।
- चार्ल्स मैसन ने सर्वप्रथम 1826 ई. में इसकी जानकारी दी थी।
- लेकिन 1921 ईस्वी में तत्कालीन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक सर जॉन मार्शल के आदेश पर रायबहादुर दयाराम साहनी ने हड़प्पा नामक स्थान पर इसकी खुदाई की थी थी। अथवा इस सभ्यता की खोज की।
- सिंधु सभ्यता का आकार त्रिभुजाकार था
- सिंधु सभ्यता की सीमा उत्तर में जम्मू तथा दक्षिण में महाराष्ट्र और पूर्व में उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम में बलूचिस्तान तक थी।
सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का सामाजिक जीवन
सामाजिक जीवन :- सिंधु सभ्यता के समाज का स्वरूप मातृसत्तात्मक था। सिंधु सभ्यता का समाज 4 वर्गों में बटा हुआ था।
- विद्वान वर्ग
- योद्धा वर्ग
- व्यापारी एवं शिल्पी वर्ग
- श्रमिक वर्ग
भोजन :- इस सभ्यता के लोग शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के थे।
सिंधु सभ्यता के लोग अपने मृतकों का दाह संस्कार कैसे करते थे? उनकी शवाधान प्रणाली क्या थी?
शवाधान प्रणाली :- सिंधु सभ्यता के लोग अपने मृतकों का तीन प्रकार से अंतिम संस्कार करते थे।
- पूर्ण शवाधान :-मृतकों को कब्रों में दफनाने की परम्परा।
- आंशिक शवाधान :–अपने मृतकों को जंगल में रख देने की परंपरा जिससे की पशु पक्षी मृतक के शरीर के मांस को खा जाए।
- दाह संस्कार :- मृतक को जलाने को परंपरा।
सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल
- हड़प्पा सभ्यता :–इस सभ्यता की खोज सन 1921 ई. में दयाराम साहनी ने की थी। यह नगर रावी नदी के तट पर स्थित था। वर्तमान में यह क्षेत्र पाकिस्तान में है।
इस नगर से प्रात कुछ महत्त्वपूर्ण वस्तुएं –
- श्रमिक के लिए आवास
- अन्नागार
- लकड़ी का ताबूत
- RH 37 कब्रिस्तान
- मोहन जोदड़ो :-इस नगर का उत्खनन सन 1922 ई. में राखल दास बनर्जी ने किया था। यह नगर सिंधु नदी के तट पर स्थित था। वर्तमान में यह क्षेत्र पाकिस्तान के सिंध प्रांत में लरकाना जिले में स्थित है।मोहनजोदड़ो का अर्थ – मृतकों का टीला है।
इस नगर से प्रात वस्तुएं –
- पुरोहितों के लिए आवास
- पशुपति
- विशाल स्नानागार
- घर में कुआं
- सबसे चौड़ी सड़कें
- कांसे से बनी नर्तकी की मूर्ति
- चंहुदड़ो :- इस स्थल की खुदाई गोपाल मजूमदार ने की थी। वर्तमान में यह क्षेत्र पाकिस्तान में सिंधु नदी के तट पर स्थित है। यह क्षेत्र सिंधु सभ्यता का एकमात्र दुर्ग रहित था किंतु यह एक औद्योगिक शहर था।
यहां से निम्नलिखित वस्तुएं प्राप्त हुई है-
- लिपिस्टिक
- शीशा
- मनके और गुड़िया
- कुत्ते और बिल्लियों के पैरों के निशान
- रोपड़ :-इसकी खुदाई यज्ञदत्त शर्मा ने की थी और यह क्षेत्र वर्तमान में सतलुज नदी के किनारे स्थित है।
इस क्षेत्र से प्राप्त वस्तुएं –
- मानव के साथ कुत्ते को दफनाने का प्रमाण
- नवपाषाण काल में भी ऐसे शव बुर्जहोम में मिले थे।
- कालीबंगा :- इसकी खुदाई बीके थप्पड़ एवं बीबी लाल ने की थी वर्तमान में यह क्षेत्र राजस्थान में घग्गर नदी के किनारे स्थित है। कालीबंगा का अर्थ होता काली मिट्टी की चूड़ी।
इस सभ्यता से प्राप्त वस्तु है-
- चूड़ी
- हवन कुंड
- अलंकृत ईंट
- हल से जूते हुए खेत
- सोरकोटडा :- सभ्यता का उत्खनन जगपति जोशी ने किया था।
इस सभ्यता से प्राप्त वस्तुएं –
- घोड़े की हड्डियां
- धौलीवीरा :- इसकी खुदाई रविंद्र सिंह विष्ट ने की थी।
यहां से प्राप्त वस्तुएं –
- स्टेडियम
- लोथल :- इस सभ्यता की खोज (उत्खन्नन) एस. आर. राव ने की थी। यह सभ्यता वर्तमान में गुजरात के अहमदाबाद में भोगवा नदी के किनारे स्थित है।
यहां से प्राप्त वस्तुएं –
- बंदरगाह
- घर के दरवाजे सड़को की ओर खुले थे।
सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य
- सिंधु सभ्यता के नगर विश्व के प्राचीनतम सुनियोजित नगर है।
- सिंधु सभ्यता विश्व की पहली नगरीय सभ्यता थी।
- हड़प्पा और मोहनजोदड़ो में मकानों के निर्माण में सामान्य पक्की ईंटों का प्रयोग मिलता है।
- सिंधु सभ्यता में मकान के दरवाजे मुख्य सड़क पर न खुलकर पीछे की ओर गली में खुला करते थे।
- सिंधु सभ्यता में सर्वाधिक चौड़ी सड़कें मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई है जिसकी चौड़ाई लगभग 10 मीटर तक थी।
- सिंधु सभ्यता में सामान्य मकानों में 4 से 5 कमरे ही बनाए जाते थे जिसमें आंगन, रसोईघर, स्नानागार, कुएं व कुछ घरों में शौचालय भी मिले हैं।
- इस सभ्यता में नालियां ढकी हुई थी। A
- इस सभ्यता को सिंधुघाटी सभ्यता, सैन्धव सभ्यता, कांस्य युगीन सभ्यता व हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है।
- इस सभ्यता की लिपि भाव चित्रात्मक थी जो दाएं से बाएं ओर लिखी जाती थी, जिसे अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है।
- सैंधववासी विश्व में कपास के प्रथम उत्पादक थे। इसलिए यूनानियों ने कपास को यूनानी भाषा में सिंडोम कहा है जिसका अर्थ होता है, सिंधुवासियों की उपज।
- सिंधु घाटी सभ्यता के लोग कृषि, पशुपालन व व्यापार करते थे लेकिन उनका मुख्य व्यवसाय व्यापार।
- सिंधु सभ्यता के लोग अन्य सभ्यता के लोगों से भी व्यापार करते थे जैसे मिस्र की सभ्यता व मेसोपोटामिया की सभ्यता ।
- इस सभ्यता के लोग माप-तोल से परिचित थे।
- इस सभ्यता के लोग लोहे से परिचित नहीं थे।
- हड़प्पा में मिट्टी के बर्तनों में सामान्य लाल रंग का उपयोग किया जा जाता था।
- हड़प्पा सभ्यता में मोहरों में बहुत से जानवरों के चित्र मिले हैं पर शेर का चित्र नहीं मिला है।
- इस सभ्यता की मोहरों में सेलखड़ी का इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता था।
सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण प्रश्न जो विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए हैं। || Indus Valley Civilization Questions Answers
- सिंधु घाटी सभ्यता संबंधित है UPPCS 1996
- A) प्रागैतिहासिक युग से
- B) आद्य ऐतिहासिक युग से
- C) ऐतिहासिक युग से
- D) उत्तर ऐतिहासिक युग
Ans. आद्य ऐतिहासिक युग से
- हड़प्पा सभ्यता की जानकारी का प्रमुख स्रोत है UPPCS 1996
- A) शिलालेख
- B) पुरातात्विक खुदाई
- C) पक्की मिट्टी की मोहरों का अंकित लेख
- D) उपरोक्त सभी
Ans. पुरातात्विक खुदाई
- हड़प्पा सभ्यता की खोज किस वर्ष हुई? SSC 2004
- A) 1935 ई. में
- B) 1942 ई. में
- C) 1901 ई. में
- D) 1921 ई. में
Ans. 1921 ई. में
- सिंधु घाटी सभ्यता को आर्यों से पूर्व रखे जाने का महत्वपूर्ण कारक कारण है UPPCS 1990
- A) लिपि
- B) नगर नियोजन
- C) मृदभांड
- D) ये सभी
Ans. ये सभी
- हड़प्पा सभ्यता किस युग की थी? SSC 2001
- A) कांस्य युग की
- B) नवपाषाण युग की
- C) पुरापाषाण युग की
- D) लौह युग की
Ans. कांस्य युग की
- सिंधु घाटी सभ्यता निम्नलिखित में से किस सभ्यता के समकालीन नहीं थी? LIC ADO 2012
- A) मेसोपोटामिया की सभ्यता
- B) मिस्र की सभ्यता
- C) ग्रीक की सभ्यता
- D) चीन की सभ्यता
Ans. ग्रीक की सभ्यता
- मोहनजोदड़ो निम्नलिखित में से कहां पर स्थित है? MPPCS 2012
- A) भारत के गुजरात राज्य में
- B) भारत के पंजाब राज्य में
- C) पाकिस्तान के सिंध प्रांत में
- D) अफगानिस्तान में
Ans. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में
- निम्नलिखित में से कौन-सा एक हड़प्पा स्थल नहीं है? IAS PRE 2019
- A) चंहूदड़ों
- B) धौलीवीरा
- C) सोहगौरा
- D) देसलपुर
Ans. सोहगौरा
- सिंधु घाटी सभ्यता के शहरों की नालियां कैसी थी? SSC FCI 2012
- A) चौड़ी एवं सीधी
- B) तंग और मैली
- C) फिसलन वाली
- D) तंग और टेढ़ी-मेढ़ी
Ans. चौड़ी एवं सीधी
- कौनसा हड़प्पा नगर तीन भागों में विभक्त था? UP RO 2013
- A) लॉथल
- B) धौलीवीरा
- C) कालीबंगा
- D) सुरकोटडा
Ans. धौलीवीरा
- निम्नलिखित में से कौन सा स्थल सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित नहीं है? MPPCS 2014
- A) लोथल
- B) पाटलिपुत्र
- C) रोपड़
- D) हड़प्पा
Ans. पाटलिपुत्र
- सिंधु घाटी सभ्यता में, कालीबंगा निम्नलिखित में से किसके लिए प्रसिद्ध था? SSC CPO 2017
- A) वास्तुकला के लिए
- B) बंदरगाह के लिए
- C) कपास की खेती के लिए
- D) मिट्टी के पात्र के लिए
Ans. मिट्टी के पात्र के लिए
- हड़प्पा काल का तांबे का रथ किस स्थान से प्राप्त हुआ है? CGPCS 2013
- A) कुणाल
- B) दायमाबाद
- C) बनाबली
- D) रोपड़
Ans. दायमाबाद
- लोथल किस नदी के किनारे स्थित था? IAS Pre 2009
- A) रावी नदी
- B) सतलुज नदी
- C) सिंधु नदी
- D) भोगवा नदी
Ans. भोगवा नदी
- सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या था? SSC 2001
- A) कृषि
- B) व्यापार
- C) शिकार
- D) पशुपालन
Ans. कृषि
- सिंधु घाटी सभ्यता गैर आर्य थी, क्योंकि – UPPCS 2010
- A) वह एक नगरीय सभ्यता थी
- B) उसकी अपनी लिपि थी
- C) उसकी खेतिहार अर्थव्यवस्था थी
- D) उसका विस्तार नर्मदा घाटी तक था
Ans. वह एक नगरीय सभ्यता थी
- हड़प्पा सभ्यता में वृहत स्नानागार का साक्ष्य कहां से प्राप्त हुआ है? UPPCS 2010
- A) हड़प्पा
- B) राखीगढ़ी
- C) मोहनजोदड़ो
- D) कालीबंगा
Ans. मोहनजोदड़ो
- सैंधव सभ्यता के समाज का स्वरूप था? RRB 2003
- A) मातृसत्तात्मक
- B) पितृसत्तात्मक
- C) A और B दोनों
- D) इनमें से कोई नहीं
Ans. मातृसत्तात्मक
- निम्नलिखित में से कौन सी सभ्यता अपने नगर नियोजन के लिए प्रसिद्ध है? SSC CPO 2017
- A) मेसोपोटामिया की सभ्यता
- B) सिंधु घाटी सभ्यता
- C) मिस्र की सभ्यता
- D) चीन की सभ्यता
Ans. सिंधु घाटी सभ्यता
- निम्न में से कौनसा एक सिंधु घाटी सभ्यता का एक बंदरगाह शहर माना जाता है? SSC 2001
- A) हड़प्पा
- B) बनावली
- C) लोथल
- D) कालीबंगा
Ans. लोथल